बहुत दिनों के बाद
मिले अपने बैठे संग,
बहुत दिनों के बाद,
माँ बापू खूब हँसे,
ना कोई उदास।
माना वक़्त कठिन हैं,
बीत जायेगी काली रात।
दो मीठे बोल से,
घर हो जाये स्वर्ग संसार।
सूनी गरीबों की कुटिया,
रूका सब व्यापार।
अस्पताल में भीड़ हैं,
मंदिर मज्जिद सुनसान।
मिले अपने बैठे संग,
बहुत दिनों के बाद।।
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