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भारतीय आज़ाद हम

*भारतीय आज़ाद हम* जमीं के सितारें हम,वतन के हमराह हम, तिरंगा की छांव में,भारतीय आज़ाद हम, कोमल सा मन लिये,क्रांति का आगाज़ हम, गुलामी की जंजीरे तोड़,करें वतन का उत्थान हम। अंतरिक्ष या पाताल के,राज खोलती आवाज हम, कदम बढ़ाए सभी चलते,भारत का सम्मान हम। वसुधैव कुटुंबकम मंत्र का,हरपल करते आगाज हम। भारत माँ शीश झुकने नही देंगे,वादा करते आज हम। कवि/शिक्षक *लिकेश ठाकुर* likeshthakur@gmail.com रचना स्वलिखित एवं मौलिक