मेरे पापा

मेरे पापा

मुझे आसमान में उड़ना हैं,
हवाई जहाज ला दो पापा,
मुझे चाँद को पकड़ना हैं,
थोड़ा ऊँचा उठा दो पापा।
मुझे घोड़े पर बैठना हैं,
घोड़ा बन जाओ मेरे पापा।
मुझे खिलौने ख़रीदना हैं,
गाड़ी से घुमा दो पापा।
मुझे बुखार हो रहा हैं,
हॉस्पिटल ले चलो पापा।
मुझे बहुत दर्द हो रहा हैं,
पैर सर दबा दो मेरे पापा।
मुझे अच्छे कॉलेज में पढ़ना हैं,
फीस जमा कर दो पापा।
अपनी इक्छा को दबा कर,
नई गाड़ी दिला दो पापा।
बनूगा बुढ़ापे का सहारा,
विश्वास करो मेरे पापा।
अब बड़ा हो गया हूँ,
दुल्हन दिला दो मेरे पापा।
आँसूओ को क्यों छुपा लिया,
थोड़ा आँसू बहा दो पापा।
जोड़े तुमने पैसे पाई-पाई,
खुशियों में उड़ा दिया मेरे पापा।
याद हैं बचपन की रातें,
अपनी नींद उड़ायी मेरे पापा।
खुद सोते गीले बिस्तर पर,
मुझे पर रज़ाई उड़ाई मेरे पापा।
कितना तुमने त्याग किया हैं,
कैसे ऋण चुकाऊँ मेरे पापा।।
कवि लिकेश ठाकुर

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