अगर

अगर तुम मिलो किसी मोड़ पर,
इंतेज़ार भी हम तुम्हारा कर लेंगे।
किसी रोज देर भी हो जाये तो,
इंतेज़ार भी हम तुम्हारा कर लेंगे।
अगर चाँदनी चाँद से नाराज हो तो,
मानने की कोशिश दिल से कर लेंगे।

कहीं सपनों की दुनिया में खो जाओ,
जगाने की कोशिश में हम खो जायेगे।
अगर सर्द बारिश के मौसम में भिगो,
बादल की तरह तन पर बरस जायेंगे।
किसी रोज़ सावन के झूलों में झूलों,
आकर तुम्हें कुछ पल झूला जायेंगे।

अगर कजरारे आँखों से आँसू बहेंगे तो,
अपने हाथों से अश्को को पोछ जायेंगे।
क़यामत की आँधीयो में तन्हाई सताये तो,
मद्धम सी सुर्ख हवाओं में बह जायेंगे।
जीना,ना मरना तुम्हारे बिना ना हो तो,
अल्फ़ाज़ दिल के कोने में लिख जायेंगे।

तन्हाई के आलम में दिल की सुन पुकार,
तेरे प्यार के ख़ातिर खुदा से लड़ जायेंगे।
अगर साथ जीवन निभाने की कसमें खाये,
दिल और ज़िन्दगी को तेरे नाम कर जाएंगे
              @लिकेश ठाकुर

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