दिल पर क्या गुज़रती है दिल पर क्या गुज़रती है, कोई साथ छोड़ जाता हैं। सपनें जैसा लगता सब, कोई अपना खो जाता हैं। तीव्र दिल की धड़कन थमे, जब याद वो कभी आता है। दिल पर क्या गुज़रती है, अप...
सैलाब बाढ़ के सैलाब में, घरोंदे उजड़ चले। बादलों की गड़गड़ाहट से, पँछी बिछड़ चले। डूबते तिनके की तरह, जन-धन डूब चले। मंजर देखों ख़ौफ़ का, लोग घरौंदा छोड़ चले। सैलाबों के दौर में, जात-प...